Shree Radha Ji Ki Aarti in Hindi – श्री राधा रानी की आरती – आरती राधाजी की कीजै

आज हम जानेंगे उनके बारे में जिनकी वजह से इस पूरी सृष्टि ने प्रेम करना सिखा, जिनका नाम लेने से ही मन बड़ा प्रसन्न हो जाता है, जिनका स्मरण करने से यह पूरी धरती झूम उठती है, हां वही जिन्हें प्रेम मूर्ति, जगत स्वामिनी, कृपा वर्षिणी, निकुंज स्वामिनी, नवल भामिनि के नाम से जाना जाता है। जी हां हम कृष्णा संगिनी राधा जी की ही बात कर रहे है।

इस पूरे जगत को पता है कि राधा जी भगवान श्री कृष्णा की प्रेमिका है, और इतना ही नही उन्हें तो भगवान श्री कृष्णा की धर्मपत्नी के रूप में भी माना जाता है। पद्म पुराण के अनुसार राधा जी को वृषभानु राजा जी की कन्या बताया है, और ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार राधा जी को भगवान श्री कृष्णा की सखी बताया है। वह भगवान श्री कृष्णा की प्रेमिका और संगी के रूप में चित्रित है इसीलिए उन्हें राधा कृष्णा के रूप में पूजा जाता है।

श्री राधाजी की आरती

आरती राधाजी की कीजै। टेक…
कृष्ण संग जो कर निवासा, कृष्ण करे जिन पर विश्वासा।

आरती वृषभानु लली की कीजै। आरती…
कृष्णचन्द्र की करी सहाई, मुंह में आनि रूप दिखाई।

उस शक्ति की आरती कीजै। आरती…
नंद पुत्र से प्रीति बढ़ाई, यमुना तट पर रास रचाई।

आरती रास रसाई की कीजै। आरती…
प्रेम राह जिनसे बतलाई, निर्गुण भक्ति नहीं अपनाई।

आरती राधाजी की कीजै। आरती…
दुनिया की जो रक्षा करती, भक्तजनों के दुख सब हरती।

आरती दु:ख हरणीजी की कीजै। आरती…
दुनिया की जो जननी कहावे, निज पुत्रों की धीर बंधावे।

आरती जगत माता की कीजै। आरती…
निज पुत्रों के काज संवारे, रनवीरा के कष्ट निवारे।

आरती विश्वमाता की कीजै। आरती राधाजी की कीजै…।

राधा जी की आराधना

राधा अष्टमी के शुभ अवसर पर आप राधा जी की आराधना इन मंत्रो के साथ कर सकते है। जिनसे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी और आपको विशेष फल की प्राप्ति होगी। और एक विशेष महत्वपूर्ण जानकारी श्री ब्रह्माजी के अनुसार जो व्यक्ति राधा जी के अठ्ठाइस नामों का पाठ करता है, वह संसार के आवागमन से मुक्त हो जाता है।

1. षडक्षर राधामंत्र :- ‘श्रीराधायै स्वाहा’

इस मंत्र का राधा अष्टमी के दिन 108 बार जप करने से राधा रानी की विशेष कृपा आपको प्राप्त होगी,और यह मंत्र धर्म, अर्थ आदि को प्रकाशित करता है।

2. सप्ताक्षर राधामंत्र

  • ॐ ह्री राधिकायै नम:
  • ॐ ह्री श्रीराधिकायै स्वाहा

इस मंत्र का राधा अष्टमी के दिन जाप करने से आपको कभी पैसो की तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा। और इस मंत्र को लक्ष्मी प्राप्ति के लिए विशेष माना गया है।

Radha, also known as Radhika, is a Hindu goddess and a companion or lover of the God Krishna. Radha is worshipped as the goddess of love, tenderness, compassion, and devotion. Kishori, Madhavi, Shreeji, Keshavi are the other names of Shree Radha.

Radha was born on the 8th day of Shukla Paksha Ashtami in the month of Bhadrapada in Uttar Pradesh, India. Legends say that Goddess Radha was found on the golden lotus in the pond by king Vrishbhanu and his wife Keerti, but Radha did not open her eyes to see the world until God Krishna himself appeared in front of her.

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