Santoshi Mata ki Aarti in Hindi – संतोषी माता की आरती – जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता।

सनातन धर्म के अनुसार संतोषी माता एक देवी है जो भगवान शंकर तथा पार्वती की पोत्री है जिन्हें हिंदू धर्म मे सुख ,शांति और वैभव का प्रतीक माना जाता है । माँ की पूजा जो करते है उनके जीवन मे संतोष का प्रवाह होता है। माता संतोषी की पूजा करने से धन और विवाह संबंधी समस्याएं भी दूर होने की मान्यता है।

सुख-संतोष की देवी माँ संतोषी के पिता गणेश और माता रिद्धि-सिद्धि है । रिद्धि-सिद्धि धन,धान्य, सोना,चांदी,मूंगा, रत्नों से भरा परिवार होने के कारण इन्हें प्रसन्नता , सुख शांति और मनोकामनाओं की पूर्ति करने की देवी भी माना गया है ।

सुख सौभाग्य की कामना से संतोषी माता के 16 शुक्रवार तक तथा व्रत किये जाने का विधान है।

संतोषी माता की आरती

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ।
अपने सेवक जन की,
सुख सम्पति दाता ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥

सुन्दर चीर सुनहरी,
मां धारण कीन्हो ।
हीरा पन्ना दमके,
तन श्रृंगार लीन्हो ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥

गेरू लाल छटा छबि,
बदन कमल सोहे ।
मंद हंसत करुणामयी,
त्रिभुवन जन मोहे ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥

स्वर्ण सिंहासन बैठी,
चंवर दुरे प्यारे ।
धूप, दीप, मधु, मेवा,
भोज धरे न्यारे ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥

गुड़ अरु चना परम प्रिय,
तामें संतोष कियो ।
संतोषी कहलाई,
भक्तन वैभव दियो ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥

शुक्रवार प्रिय मानत,
आज दिवस सोही ।
भक्त मंडली छाई,
कथा सुनत मोही ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥

मंदिर जग मग ज्योति,
मंगल ध्वनि छाई ।
विनय करें हम सेवक,
चरनन सिर नाई ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥

भक्ति भावमय पूजा,
अंगीकृत कीजै ।
जो मन बसे हमारे,
इच्छित फल दीजै ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥

दुखी दारिद्री रोगी,
संकट मुक्त किए ।
बहु धन धान्य भरे घर,
सुख सौभाग्य दिए ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥

ध्यान धरे जो तेरा,
वांछित फल पायो ।
पूजा कथा श्रवण कर,
घर आनन्द आयो ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥

चरण गहे की लज्जा,
रखियो जगदम्बे ।
संकट तू ही निवारे,
दयामयी अम्बे ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥

सन्तोषी माता की आरती,
जो कोई जन गावे ।
रिद्धि सिद्धि सुख सम्पति,
जी भर के पावे ॥

जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ।
अपने सेवक जन की,
सुख सम्पति दाता ॥

Santoshi Mata is the most important and widely worshipped Goddesses in  Hindu folklore. 

मान्यता

माता संतोषी को दुर्गा माता का अवतार भी माना जाता है । इसी के साथ माता संतोषी के जन्म को लेकर ये दुविधा रहती है कि वो भगवान गणेश की पुत्री है। भगवान गणेश को बल, बुद्धि और विद्या का देवता माना जाता है। इसी के साथ रिद्धि की कृपा बनी रहे तो हम कुशल बन सकते है और सिद्धि की कृपा बनी रहे तो हम स्वस्थ और सुरक्षित रहते है । इन तीनो की कृपा जिसे मिल जाए तो उसका जीवन सफल हो जाता है। माता संतोषी का इन सभी के जन्म हुआ था जिसके कारण उनके व्रत से व्यक्ति के जीवन की सभी परेशानियां खत्म हो जाती है।

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