Maa Vaishno Devi Aarti in Hindi – माँ वैष्णो देवी आरती

वैष्णो देवी मंदिर , हिन्दू मान्यता के अनुसार, शक्ति को समर्पित पवित्रतम हिन्दू मंदिरों में से एक है, जो भारत के जम्मू और कश्मीर में त्रिकुटा या त्रिकुट पर्वत पर स्थित है।और इस धार्मिक स्थल की आराध्य देवी ,माता वैष्णो देवी को सामान्यत: माता रानी और वैष्णवी के नाम से भी जाना जाता है। और माता रानी का मंदिर लगभग 5,200 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित है। यह भारत मे तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर के बाद दूसरा सर्वाधिक देखा जाने वाला धार्मिक तीर्थ स्थल है।

माँ वैष्णो देवी आरती

जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता।
हाथ जोड़ तेरे आगे, आरती मैं गाता॥

शीश पे छत्र विराजे, मूरतिया प्यारी।
गंगा बहती चरनन, ज्योति जगे न्यारी॥

ब्रह्मा वेद पढ़े नित द्वारे, शंकर ध्यान धरे।
सेवक चंवर डुलावत, नारद नृत्य करे॥

सुन्दर गुफा तुम्हारी, मन को अति भावे।
बार-बार देखन को, ऐ माँ मन चावे॥

भवन पे झण्डे झूलें, घंटा ध्वनि बाजे।
ऊँचा पर्वत तेरा, माता प्रिय लागे॥

पान सुपारी ध्वजा नारियल, भेंट पुष्प मेवा।
दास खड़े चरणों में, दर्शन दो देवा॥

जो जन निश्चय करके, द्वार तेरे आवे।
उसकी इच्छा पूरण, माता हो जावे॥

इतनी स्तुति निश-दिन, जो नर भी गावे।
कहते सेवक ध्यानू, सुख सम्पत्ति पावे॥

वैष्णो देवी मंदिर परिचय

त्रिकुटा की पहाड़ियों पर स्थित एक गुफा में माता वैष्णो देवी की स्वयंभू तीन मुर्तिया है। देवी काली(दाएं), सरस्वती(बाएं) और लक्ष्मी (मध्य) , पिण्डी के रूप में गुफा में विराजित है। इन तीनों पिण्डियों के सम्मिलित रूप को वैष्णो देवी माता कहा जाता है। इस स्थान को माता का भवन कहा जाता है। पवित्र गुफा की लंबाई 98 फ़ीट है। इस गुफा में एक बड़ा चबूतरा बना हुआ है ।इस चबूतरे पर माता का आसन है जहाँ देवी त्रिकुटा अपनी मताओं के साथ विराजमान रहती है।

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